दुर्गा अष्टमी, जिसे महाअष्टमी कहा जाता है, शारदीय नवरात्रि का आठवां दिन होता है। यह दिन मां दुर्गा के महागौरी स्वरूप की उपासना के लिए अत्यंत पवित्र और शक्तिशाली माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां दुर्गा की पूजा करने से जीवन से नकारात्मकता दूर होती है और सुख-समृद्धि का आगमन होता है।
दुर्गा अष्टमी 2025 की तिथि और शुभ मुहूर्त
तिथि प्रारंभ: 30 सितम्बर 2025, सुबह 08:42 AM
तिथि समाप्त: 01 अक्टूबर 2025, सुबह 06:11 AM
अष्टमी पूजन का शुभ समय: प्रातः काल या अभिजीत मुहूर्त में पूजा करना सर्वोत्तम माना जाता है।
महाअष्टमी का महत्व
महाअष्टमी को शक्ति की उपासना का चरम दिन माना जाता है। इस दिन देवी महागौरी की पूजा की जाती है। देवी महागौरी को श्वेत वस्त्रों में सुशोभित, चार भुजाओं वाली, वृषभ पर सवारी करने वाली देवी के रूप में वर्णित किया गया है। इनकी पूजा से साधक के जीवन में पवित्रता, शांति और मानसिक स्थिरता आती है।
दुर्गा अष्टमी पूजा विधि
सुबह स्नान करके स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थान को गंगाजल से पवित्र करें। मां दुर्गा की प्रतिमा या चित्र को लाल या पीले वस्त्र पर स्थापित करें। सबसे पहले दीप प्रज्वलित करें, फिर धूप, चंदन, अक्षत, पुष्प और नैवेद्य अर्पित करें। देवी को चुनरी चढ़ाना, श्रृंगार सामग्री चढ़ाना शुभ माना जाता है।
कन्या पूजन का महत्व
अष्टमी और नवमी के दिन कन्या पूजन का विशेष महत्व है। 9 कन्याओं और 1 भैरव (लड़के) को घर बुलाकर भोजन कराना चाहिए। उन्हें हलवा-पूरी और चने का प्रसाद दें। माना जाता है कि कन्या पूजन से देवी दुर्गा अत्यंत प्रसन्न होती हैं।
दुर्गा अष्टमी व्रत कथा
पौराणिक कथा के अनुसार, महिषासुर नामक राक्षस ने स्वर्गलोक में उत्पात मचा दिया था। देवताओं की प्रार्थना पर माता दुर्गा ने जन्म लिया और उन्होंने 9 दिन तक युद्ध कर महिषासुर का वध किया। अष्टमी का दिन उस युद्ध का चरम माना जाता है।
दुर्गा अष्टमी के विशेष उपाय
- लाल वस्त्र पहनें और देवी को लाल पुष्प चढ़ाएं।
- कन्या पूजन कर उन्हें दक्षिणा दें।
- मंत्र जप या दुर्गा सप्तशती पाठ करें।
दुर्गा अष्टमी के लाभ
इस दिन पूजा करने से जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है, गृहकलह और दरिद्रता दूर होती है, व्यापार में वृद्धि होती है और परिवार में सुख-शांति आती है।
FAQ – अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
प्रश्न 1: दुर्गा अष्टमी 2025 कब है?
उत्तर: 30 सितम्बर 2025, मंगलवार को दुर्गा अष्टमी मनाई जाएगी।
प्रश्न 2: महाअष्टमी पर क्या करना चाहिए?
उत्तर: इस दिन मां दुर्गा की पूजा, हवन और कन्या पूजन करना चाहिए।