ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में शरद पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों के लिए खास व्यवस्था
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर, जो कि वृंदावन में स्थित है, में इस वर्ष शरद पूर्णिमा के अवसर पर भक्तों को परंपरानुसार दर्शन का अवसर मिलेगा। शनिवार को मंदिर के सेवाधिकारी गौरव गोस्वामी ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए स्पष्ट किया कि उच्च न्यायालय इलाहाबाद के आदेश के अनुसार गर्भगृह से श्रृंगार भोग के दर्शन भक्तों को कराए जाएंगे। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले वर्ष की अव्यवस्था को ध्यान में रखते हुए इस बार सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं ताकि भक्तों को किसी प्रकार की कठिनाई का सामना न करना पड़े।
गौरव गोस्वामी ने कहा कि 6 अक्तूबर को शरद पूर्णिमा के दिन ठाकुरजी के दर्शन सदियों पुरानी परंपरा के अनुसार ही होंगे। उन्होंने बताया कि इस दिन श्रृंगार सेवा भोग के समय ठाकुरजी के दर्शन गर्भगृह से होंगे, जबकि शाम को शयन भोग के दौरान ठाकुरजी को जगमोहन में विराजित किया जाएगा ताकि सभी भक्त दर्शन कर सकें। इस बार किसी भी प्रकार का बदलाव परंपरा में नहीं किया जाएगा और भक्तों से अपील की गई है कि वे न्यायालयीय आदेशों का पालन करें।
गौरव गोस्वामी ने आगे कहा कि माननीय उच्च न्यायालय, इलाहाबाद द्वारा दिए गए स्थगन आदेश का उल्लंघन न्यायालय की अवमानना माना जाएगा। पिछले वर्ष शरद पूर्णिमा के दौरान ठाकुरजी का सिंहासन जगमोहन में स्थापित करने के कारण भक्तों को करीब 35 मिनट तक दर्शन से वंचित रहना पड़ा था, जिससे मंदिर परिसर में अव्यवस्था फैल गई थी। इस घटना के बाद प्रशासनिक अधिकारी मंदिर पहुंचे और दर्शन को सुचारू किया गया था।
इस बार ऐसी स्थिति को दोबारा न बनने देने के लिए गौरव गोस्वामी ने उच्च पावर मंदिर कमेटी को लिखित रूप से सूचित कर दिया है। उन्होंने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे परंपरा एवं न्यायालयीय आदेशों का सम्मान करते हुए मंदिर की व्यवस्था में सहयोग करें। इस अवसर पर मंदिर के अन्य सेवक जैसे कि हिमांशु गोस्वामी, संतु गोस्वामी, देव गोस्वामी, लाले गोस्वामी और मयूर गोस्वामी भी उपस्थित रहे।