🪔 आज का पंचांग — 21 सितंबर 2025, रविवार
तिथि: पूर्णिमा (समाप्ति: 05:47 PM)
नक्षत्र: चित्रा (समाप्ति: 02:41 PM)
योग: वैधृति (समाप्ति: TBD)
करण: बालव, कौलव
चन्द्र राशि: Kanya (Virgo)
सूर्य राशि: Kanya (Virgo)
सूर्योदय/सूर्यास्त: 06:00 AM / 06:00 PM
📝 सारांश
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🪔 आज का पंचांग — 21 सितंबर 2025, रविवार
तिथि, नक्षत्र, योग, करण
- तिथि: पूर्णिमा (समाप्ति: 05:47 PM)
- नक्षत्र: चित्रा (समाप्ति: 02:41 PM)
- योग: वैधृति (समाप्ति: 10:10 PM)
- करण: बालव, कौलव
पूर्णिमा का दिन विशेष रूप से व्रत, दान और पूजा के लिए शुभ माना जाता है। चित्रा नक्षत्र कला, बुद्धि, और मानसिक स्थिरता को बढ़ाता है। वैधृति योग के कारण इस दिन थोड़ी सावधानी और संयम रखना लाभकारी होगा।
चन्द्र और सूर्य राशि
- चन्द्र राशि: कन्या (Virgo)
- सूर्य राशि: कन्या (Virgo)
चन्द्र कन्या राशि में होने से आज मानसिक शांति और कार्यों में सुव्यवस्था का प्रभाव रहेगा। सूर्य कन्या राशि में होने से स्वास्थ्य, शिक्षा और व्यापारिक मामलों में सफलता मिल सकती है।
सूर्योदय और सूर्यास्त समय
- सूर्योदय: 06:00 AM
- सूर्यास्त: 06:00 PM
सूर्योदय से पूर्व ध्यान, मंत्र जाप और प्रार्थना करना आज विशेष रूप से लाभकारी रहेगा।
आज के शुभ मुहूर्त
- गणेश पूजा मुहूर्त: 06:30 AM – 07:15 AM
- व्रत शुरू करने का मुहूर्त: 06:00 AM – 09:00 AM
- अभिजीत मुहूर्त: 12:05 PM – 12:55 PM
- राहुकाल: 01:15 PM – 02:45 PM (अशुभ)
- गुलिक काल: 09:30 AM – 11:00 AM (सावधानी रखें)
- यमगंड: 03:15 PM – 04:45 PM (अशुभ)
व्रत और पूजा विधि
पूर्णिमा पर व्रत रखना अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन व्रत रखने से व्यक्ति को मानसिक शांति, आत्मबल और परिवार में सुख-शांति मिलती है।
- सुबह स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल को गंगाजल से शुद्ध करें।
- मां लक्ष्मी, भगवान विष्णु और चंद्र देव की पूजा करें।
- सूर्य और चन्द्र देव के सामने दीपक जलाएं।
- पूजा के बाद व्रत कथा का पाठ करें और दान-पुण्य करें।
धार्मिक महत्व और कथा
पूर्णिमा का दिन माहात्म्य और धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, पूर्णिमा को किए गए व्रत, दान और पूजा से पाप नष्ट होते हैं और साधक को सुख, ऐश्वर्य और स्वास्थ्य की प्राप्ति होती है।
चित्रा नक्षत्र में पूर्णिमा होने के कारण कला, शिक्षा, व्यापार और मानसिक स्वास्थ्य पर विशेष प्रभाव पड़ता है। वैधृति योग के कारण दिन भर संयम और सावधानी अपनाना शुभ रहेगा।
इस दिन शिव, विष्णु, दुर्गा और अन्य देवताओं की आराधना से जीवन में सफलता और बाधाओं का नाश होता है। धार्मिक ग्रंथों में पूर्णिमा व्रत और पूजा का महत्व अनेक उदाहरणों से वर्णित है।
आज के उपाय और सुझाव
- दिन में सफेद वस्त्र पहनें और घर को साफ-सुथरा रखें।
- पूर्णिमा की रात को चंद्रमा को जल अर्पित करना शुभ है।
- दान और पुण्य का कार्य अवश्य करें।
- सकारात्मक विचार और सात्विक भोजन अपनाएं।
- प्रसाद और दीपक स्वयं और परिवार के कल्याण के लिए अर्पित करें।
FAQ – 21 सितंबर 2025 पंचांग
1. आज कौन-सी तिथि है?
आज 21 सितंबर 2025, रविवार है और तिथि पूर्णिमा है।
2. आज कौन-सा नक्षत्र और योग है?
नक्षत्र: चित्रा (समाप्ति 02:41 PM), योग: वैधृति।
3. चन्द्र और सूर्य की राशि क्या है?
दोनों की राशि कन्या (Virgo) है।
4. आज के शुभ मुहूर्त कौन-कौन से हैं?
गणेश पूजा मुहूर्त 06:30 AM – 07:15 AM, व्रत प्रारंभ 06:00 AM – 09:00 AM, अभिजीत मुहूर्त 12:05 PM – 12:55 PM। राहुकाल और यमगंड अशुभ हैं।