🛕 आरती और चालीसा
सभी देवी-देवताओं की आरती और चालीसा संग्रह | दैनिक पाठ और लाभपाठ करें
🪔 संक्षिप्त जानकारी
हिंदू धर्म में भगवान का स्मरण, आरती, चालीसा और नामजप का विशेष महत्व है। कहा जाता है कि नियमित रूप से आरती और चालीसा का पाठ करने से घर में सुख-शांति और समृद्धि बनी रहती है। इस पेज पर आपको सभी प्रमुख देवी-देवताओं की आरती, चालीसा और नाम संग्रह एक ही स्थान पर मिलेंगे। गणेश जी की जय गणेश देवा आरती और गणेश चालीसा का पाठ करने से जीवन से बाधाएं दूर होती हैं। हनुमान जी की आरती और हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय और कष्टों का नाश होता है। शिव जी की ॐ जय शिव ओंकारा आरती और शिव चालीसा का पाठ करने से मन और आत्मा पवित्र होती है, साथ ही रुद्राष्टक और महामृत्युंजय मंत्र विशेष रूप से लाभकारी हैं। देवी दुर्गा की जय अम्बे गौरी आरती और दुर्गा चालीसा शक्ति और साहस प्रदान करती है, जबकि लक्ष्मी जी की आरती और श्री सूक्तम् का पाठ घर में धन-धान्य का आशीर्वाद लाता है। श्री राम की आरती, श्री कृष्ण की आरती कुंजबिहारी की और विष्णु सहस्रनाम का पाठ करने से मानसिक शांति और भक्ति भाव बढ़ता है। इसके अलावा संतोषी माता की आरती, शनि देव चालीसा, सूर्य देव की आरती और नवग्रह मंत्रों का जाप ग्रह दोषों को कम करता है। यह पेज उन सभी भक्तों के लिए एक संपूर्ण संग्रह है जो रोजाना भगवान का स्मरण कर अपने जीवन में सकारात्मकता और शांति का अनुभव करना चाहते हैं। प्राप्त होता है।
📜 आरती और चालीसा संग्रह

श्री लक्ष्मी माता की आरती | Diwali Maha Laxmi Mata ki Aarti with Lyrics in Hindi

नवरात्रि में होती है सांझी मां (Sanjhi Mata) की आरती… मां दुर्गा के अन्य रूप की अराधना से मिलती है समृद्धि

श्री दुर्गा चालीसा | Shri Durga Chalisa : नमो नमो दुर्गे सुख करनी….

मां दुर्गा जी की आरती | Maa Durga Aarti :जय अम्बे गौरी मैया, जय श्यामा गौरी

श्री शनि देव जी की आरती और चालीसा | Shree Shani Dev Aarti & Chalisha

ॐ जय जगदीश हरे आरती | Om Jai Jagdish Hare Aarti

भगवान हनुमान की चालीसा के शब्द: दोहा – श्रीगुरु चरण सरोज रज, निजमन मुकुर सुधारि।

Hanuman Ji Ki Aarti – Lyrics | श्री हनुमान जी की आरती

Shiv Aarti: शिव शंकर आरती, ॐ जय शिव ओंकार के लिरिक्स

हनुमान अष्टक गान के लाभ: संकट मोचन हनुमान अष्टक के महत्व को जानें

हनुमान आरती के बोल: इस भक्तिमय गान के महत्व को जानें

श्री बजरंग बाण: पाठ विधि और जानें इसके लाभ
❓ अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)
प्रश्न: आरती और चालीसा का पाठ क्यों करना चाहिए?
उत्तर: आरती और चालीसा का नियमित पाठ करने से मन शांत होता है, नकारात्मकता दूर होती है और भगवान की कृपा से जीवन में सुख-समृद्धि आती है। यह एक सरल और शक्तिशाली तरीका है भगवान से जुड़ने का।
प्रश्न: हनुमान चालीसा पढ़ने के क्या लाभ हैं?
उत्तर: हनुमान चालीसा का पाठ करने से भय, संकट और बुरी शक्तियों का नाश होता है। यह मानसिक और शारीरिक शक्ति प्रदान करता है और आत्मविश्वास को बढ़ाता है।
प्रश्न: शिव चालीसा और महामृत्युंजय मंत्र में क्या अंतर है?
उत्तर: शिव चालीसा भगवान शिव की महिमा का वर्णन करती है, जबकि महामृत्युंजय मंत्र मुख्य रूप से दीर्घायु, स्वास्थ्य और मृत्यु के भय से मुक्ति के लिए जपा जाता है। दोनों ही अत्यंत प्रभावी हैं।
प्रश्न: दुर्गा चालीसा का पाठ करने से क्या लाभ होता है?
उत्तर: दुर्गा चालीसा का पाठ करने से साहस, शक्ति और सभी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा मिलती है। यह शत्रुओं और बाधाओं से मुक्ति दिलाने में सहायक है।
प्रश्न: गणेश जी की आरती करने का सही समय क्या है?
उत्तर: किसी भी शुभ कार्य को शुरू करने से पहले गणेश जी की आरती करना शुभ माना जाता है। सुबह और शाम की पूजा में उनकी आरती का पाठ विशेष रूप से फलदायी होता है।
प्रश्न: लक्ष्मी जी की आरती और श्री सूक्तम् का पाठ कब करना चाहिए?
उत्तर: धन और समृद्धि के लिए लक्ष्मी जी की आरती और श्री सूक्तम् का पाठ विशेष रूप से शुक्रवार को करना चाहिए। शाम के समय इसे करने से धन-धान्य का आशीर्वाद मिलता है।
प्रश्न: आरती और चालीसा का पाठ करने के दौरान किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर: पाठ करने से पहले स्नान कर स्वच्छ हो जाएं। शांत मन से और श्रद्धापूर्वक पाठ करें। शब्दों का सही उच्चारण करें। अगर संभव हो तो दीपक जलाकर पाठ करें।
🙏 श्रद्धा और विश्वास के साथ पाठ करें और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त करें।