Shardiya Navratri Day 7 2025 September 28, 2025 तिथि, समय, व्रत, कथा-पूजा व महत्व

शारदीय नवरात्रि दिवस 7 (28 सितंबर 2025) तिथि, पूजा विधि, कथा व महत्व

शारदीय नवरात्रि दिवस 7 (28 सितंबर 2025) – मां कालरात्रि पूजा

सातवें दिन की तिथि व शुभ मुहूर्त

शारदीय नवरात्रि का सातवां दिन मां दुर्गा के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि को समर्पित है। यह दिन 28 सितंबर 2025, रविवार को मनाया जाएगा।

  • तिथि: शारदीय नवरात्रि दिवस 7
  • तारीख: 28 सितंबर 2025
  • दिन: रविवार
  • पूजन मुहूर्त: प्रातः 6:12 AM से 8:40 AM

मां कालरात्रि का स्वरूप

मां कालरात्रि का स्वरूप अत्यंत उग्र और तेजस्वी है। उनका शरीर श्यामवर्ण है और उनके बाल खुले हुए हैं। गले में माला, तीन नेत्र और चार हाथों में अस्त्र-शस्त्र धारण किए हुए हैं।

मां का यह रूप साधक को सभी प्रकार के भय से मुक्ति दिलाता है और जीवन से नकारात्मकता का नाश करता है।

मां कालरात्रि की पूजा विधि

नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा विशेष विधि से करनी चाहिए:

  • प्रातः स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें और पूजा स्थान को गंगाजल से पवित्र करें।
  • मां कालरात्रि को तेल का दीपक, नीले या काले फूल, गुड़ और सिंदूर अर्पित करें।
  • मंत्र “ॐ देवी कालरात्र्यै नमः” का 108 बार जप करें।
  • कालरात्रि स्तोत्र का पाठ करें और सभी प्रकार की भय और बाधाओं से मुक्ति की प्रार्थना करें।

मां कालरात्रि की कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, जब राक्षस शुंभ-निशुंभ और रक्तबीज का आतंक बढ़ा तो मां दुर्गा ने कालरात्रि का स्वरूप धारण किया। रक्तबीज की प्रत्येक बूंद से नया राक्षस उत्पन्न हो जाता था। तब मां ने उसका संहार करते हुए उसकी सारी रक्त बूंदें अपने मुख में ग्रहण कर लीं और दुष्ट राक्षसों का नाश किया।

इस कथा का अर्थ है कि जीवन में नकारात्मकता और भय को समाप्त कर सकारात्मकता का स्वागत करना चाहिए।

महत्व और लाभ

मां कालरात्रि की पूजा से साधक को भय, जादू-टोना, नकारात्मक शक्तियों और शत्रु बाधाओं से मुक्ति मिलती है। यह पूजा आत्मबल, साहस और आत्मविश्वास को बढ़ाती है।

जो साधक श्रद्धा से मां कालरात्रि का व्रत रखते हैं, उनके जीवन से हर प्रकार का भय समाप्त होता है और वे अपने लक्ष्यों की ओर दृढ़ता से अग्रसर होते हैं।

अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQ)

प्रश्न 1: सातवें दिन किस देवी की पूजा होती है?

नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की पूजा की जाती है।

प्रश्न 2: मां कालरात्रि की पूजा में क्या अर्पित करें?

नीले फूल, गुड़, सिंदूर और तेल का दीपक अर्पित करें।

प्रश्न 3: इस दिन व्रत रखने का क्या लाभ है?

यह व्रत भय, शत्रु और नकारात्मक ऊर्जा को दूर करता है और साधक को निर्भय बनाता है।

प्रश्न 4: मां कालरात्रि का वाहन क्या है?

मां कालरात्रि गधे पर सवार रहती हैं, जो धैर्य और सहनशीलता का प्रतीक है।