पापमोचनी एकादशी — 2026
📅 तिथि: 13 अप्रैल 2026 (सोमवार)
📜 तिथि विवरण: एकादशी
🌌 नक्षत्र: पूर्व भाद्रपद
🌓 पक्ष/माह: कृष्ण (Chaitra)
📆 सप्ताह/दिन: सोमवार
🕒 आरंभ/समाप्त समय: Begins – 09:26 PM, Apr 12
Ends – 08:15 PM, Apr 13
परना (व्रत तोड़ने की जानकारी)
📅 परना तिथि: 2026-04-14
🌞 सूर्योदय: 06:00 AM
🧘 परना के बाद तिथि: द्वादशी (कृष्ण)

व्रत का महत्व
पापमोचनी एकादशी व्रत श्रद्धा एवं भक्ति से किया जाता है।
पापमोचनी एकादशी की कथा
पापमोचनी एकादशी का व्रत फाल्गुन मास की कृष्ण पक्ष की एकादशी को मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण भगवान श्री कृष्ण की आराधना करते हैं और अपने पापों का प्रायश्चित करने का संकल्प लेते हैं। यह एकादशी विशेष रूप से उन लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो अपने जीवन में किसी प्रकार के पाप से मुक्ति पाना चाहते हैं।
कथा
एक बार की बात है, एक नगर में एक ब्राह्मण अपने परिवार के साथ रहता था। वह बहुत ही धार्मिक और संतोषी व्यक्ति था, लेकिन उसकी पत्नी ने कभी भी उसकी धार्मिकता का सम्मान नहीं किया। एक दिन, उसने पापमोचनी एकादशी का व्रत रखने का निश्चय किया। उसकी पत्नी ने इसका मजाक उड़ाया और कहा कि इससे कोई लाभ नहीं होगा।
ब्राह्मण ने अपनी पत्नी की बातों को नजरअंदाज करते हुए व्रत का पालन किया। उसने पूरे दिन उपवासी रहकर भगवान श्री कृष्ण की उपासना की। रात में, उसने सपने में देखा कि भगवान श्री कृष्ण उसके पास आए और उसे उसके सभी पापों से मुक्त कर दिया। अगले दिन उसकी पत्नी ने देखा कि उसके पति की आभा में एक अद्भुत परिवर्तन आ गया है।
महत्व और आध्यात्मिक लाभ
पापमोचनी एकादशी का व्रत रखने से भक्त को सभी पापों से मुक्ति मिलती है। इस दिन उपवास करने और भगवान श्री कृष्ण की भक्ति करने से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का संचार होता है। यह व्रत न केवल पापों का प्रायश्चित करता है, बल्कि जीवन में सकारात्मकता और शुद्धता भी लाता है। इस दिन विशेष रूप से गरीबों और ब्राह्मणों को दान देना भी अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है।
इस प्रकार, पापमोचनी एकादशी का व्रत अपने भक्तों को आत्मिक शुद्धि और भगवान की कृपा का अनुभव कराता है। इसे पूरे श्रद्धा भाव से मनाने पर जीवन में सुख और समृद्धि का संचार होता है।
पापमोचनी एकादशी पूजा विधि
पापमोचनी एकादशी का व्रत विशेष रूप से शुभ माना जाता है। इस दिन भक्त भगवान विष्णु की पूजा करते हैं। यहाँ इस व्रत की पूजा विधि दी गई है:
- पूजा की तैयारी:
- पवित्र दिन पर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा के लिए आवश्यक सामग्री जैसे –
- पंचामृत (दूध, दही, घी, शहद, चीनी)
- फल (केला, सेब, नारियल)
- फूल (कमल, गुलाब)
- दीपक और अगरबत्ती
- नैवेद्य (खीर या हलवा)
- मंदिर या पूजा स्थल की सजावट:
- भगवान विष्णु की प्रतिमा या फोटो को अच्छे से सजाएँ।
- फूलों और दीयों से पूजा स्थल को सजाएँ।
- पूजा का प्रारंभ:
- दीप जलाकर भगवान को प्रणाम करें।
- पंचामृत से स्नान कराएँ।
- फूल अर्पित करें और अगरबत्ती जलाएँ।
- मंत्र जाप:
- ॐ विष्णवे नमः
- ॐ नमो भगवते वासुदेवाय
- नैवेद्य अर्पित करें:
- खीर या हलवा भगवान को अर्पित करें।
- प्रसाद बाँटें।
- उपवासी रहना:
- दिनभर उपवासी रहें।
- रात में भगवान की कथा सुनें।
- पराण/ब्रेकफास्ट:
- दूसरे दिन प्रातः सूर्योदय के बाद व्रत का पराण करें।
- फल, दूध या हल्का भोजन लें।
इस प्रकार पापमोचनी एकादशी का व्रत करें और भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करें।
2026 की सभी एकादशियाँ
नाम | तिथि | पक्ष |
---|---|---|
सफल एकादशी | 13 जनवरी 2026 (मंगलवार) | कृष्ण |
सफल एकादशी | 14 जनवरी 2026 (बुधवार) | कृष्ण |
षट्तिला एकादशी | 28 जनवरी 2026 (बुधवार) | शुक्ल |
कात्यायनी एकादशी | 12 फ़रवरी 2026 (गुरुवार) | कृष्ण |
आमलकी एकादशी | 27 फ़रवरी 2026 (शुक्रवार) | शुक्ल |
विजया एकादशी | 14 मार्च 2026 (शनिवार) | कृष्ण |
कामदा एकादशी | 28 मार्च 2026 (शनिवार) | शुक्ल |
पापमोचनी एकादशी | 13 अप्रैल 2026 (सोमवार) | कृष्ण |
मोहिनी एकादशी | 27 अप्रैल 2026 (सोमवार) | शुक्ल |
अपरा एकादशी | 12 मई 2026 (मंगलवार) | कृष्ण |
निर्जला एकादशी | 26 मई 2026 (मंगलवार) | शुक्ल |
योगिनी एकादशी | 11 जून 2026 (गुरुवार) | कृष्ण |
देवशयनी एकादशी | 25 जून 2026 (गुरुवार) | शुक्ल |
कामिका एकादशी | 10 जुलाई 2026 (शुक्रवार) | कृष्ण |
पुत्रदा एकादशी | 24 जुलाई 2026 (शुक्रवार) | शुक्ल |
अजा एकादशी | 8 अगस्त 2026 (शनिवार) | कृष्ण |
परिवर्तिनी एकादशी | 23 अगस्त 2026 (रविवार) | शुक्ल |
परिवर्तिनी एकादशी | 22 सितंबर 2026 (मंगलवार) | शुक्ल |
पसांकुशा एकादशी | 6 अक्टूबर 2026 (मंगलवार) | कृष्ण |
पापांकुशा एकादशी | 21 अक्टूबर 2026 (बुधवार) | शुक्ल |
रमा एकादशी | 4 नवंबर 2026 (बुधवार) | कृष्ण |
प्रबोधिनी एकादशी | 20 नवंबर 2026 (शुक्रवार) | शुक्ल |
उत्पन्ना एकादशी | 4 दिसंबर 2026 (शुक्रवार) | कृष्ण |
मोक्षदा एकादशी | 20 दिसंबर 2026 (रविवार) | शुक्ल |